Home कविता कहानियां प्रेम की अजीब कहानी (हिंदी) लेखक– अमित आनंद

प्रेम की अजीब कहानी (हिंदी) लेखक– अमित आनंद

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प्रेम की अजीब कहानी (हिंदी) लेखक– अमित आनंद : नमस्कार दोस्तों एजुकेशन पोर्टल में बहुत-बहुत स्वागत है। आज हम आपके बीच एक कहानी लेकर  हाजिर हैं। कहानी के रचनाकार अमित आनंद है। इस कहानी के पात्र और घटनाएं काल्पनिक है। प्रेम की अजीब कहानी को अंत तक पढ़े। आशा है यह हमारे समाज में सकारात्मक सोच पैदा करेगी।

प्रेम की अजीब कहानी (हिंदी) लेखक– अमित आनंद

कहा गया है, प्रेम के बस में भगवान है। भगवान कृष्ण इसका एक उदाहरण है। प्रेम की सही परिभाषा उन्होंने मानव जाति को दी है।

किसी गांव में कामिनी नाम की एक लड़की रहती थी वह बहुत धनी परिवार से तालुकात रखती थी। उनके पिताजी सीधे-साधे और बहुत बड़े ऑफिसर थे।

बेटी शहर में रहकर पढ़ाई की और शहर के वातावरण में ढल चुकी थी। वह पास के ही कोचिंग में पढ़ती थी और कॉलेज में भी रेगुलर रहा करती थी।

कुछ महीने के बाद उसे एक लड़के से प्यार हो गया, जिसका नाम रॉकी था। रॉकी का आचरण अच्छा नहीं था, मद्य पान करना, जुआ खेलना ढेर सारी बुरी आदतें उसमें थी।

कामिनी उस पगले के भावनाओं में खो गई। पढ़ाई पूरी होने के बाद घर आई और घर पर भी वह मोबाइल से रॉकी से बात किया करती। इधर पिताजी परेशान वह चाहते थे कि बेटी अब जवान हो चुकी है इनकी शादी कर देनी चाहिए।

पास के ही गांव में, जैसे अपने सीधे-साधे वैसे ही एक वर मिल गया। उनका नाम था– प्रेमचंद। जैसा नाम वैसा गुण, बहुत ही सुशील लड़का, सात्विक विचार वाला, और लड़का सुपारी तक भी नहीं खाता। ऑफिसर साहब को यह लड़का काफी पसंद आया। वे शीघ्र ही रिश्ता तय कर शुभ मुहूर्त में बेटी के हाथ पीले कर दिये।

प्रेमचंद्र काफी भोले भाले हैं। कामिनी और प्रेमचंद अपना वैवाहिक जीवन बिता रहे हैं। किंतु मन से कामिनी, प्रेमचंद्र को जाहिल, गवार, अनपढ़ समझती- गांव का था ना। एक दिन की बात है- कामिनी ने अपनी सासू मां को भला बुरा कह दी,यह बात सुनकर प्रेमचंद को रहा नहीं गया। उसने कामिनी को एक थप्पड़ जमा दी। बेचारा प्रेमचंद्र काम करने के लिए फैक्ट्री चले गए।

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बस कामिनी को तो मौका की ही तलाश थी। उसने तुरंत रॉकी को फोन लगाकर कहने लगी ” रॉकी तुम जल्दी आ जाओ और मुझे यहां से ले चलो।”

रॉकी बोले–” ठीक है, ठीक है– मैं जल्द आऊंगा, तब तक तुम अपने गहने, और सभी कागजात सूटकेस में ले लो। और सुनो पैसा भी ले लेना मैं तुम्हारा इंतजार चांदनी चौक पर करूंगा। ठीक 12:00 बजे रात में, ठीक है ना।”

कामिनी बोली–” हां बिल्कुल पहुंच जाऊंगी।”

चोट खाया नागिन बौखलाई हुई है। अभी उसे सही गलत का पता नहीं चल रहा। उसने गाहने का एक पोटली बनाई और सूटकेस में रख ली। शादी में दिए गए गोदरेज से अपने कागजात निकालें– कागजात को देखकर उनका होश उड़ गया।

दहेज में दिए गए रुपये कामिनी के नाम पर, प्रेमचंद्र के सैलरी अकाउंट के(पासबुक) रूपये कामनी के नाम पर। बेचारी फूट-फूट कर रोने लगी। जिसे हम गवारा समझ रहे हैं, उन्होंने तो अपना सब कुछ मेरे नाम कर दिये। उन्हें तो मेरे ऊपर थोड़ा भी शक नहीं है।

फिर भी, कामिनी उस घर में नहीं रहना चाहती। उन्हें आभास हो गया कि रॉकी भी उन्हेंं लूटने ही वाला है। उसने अपने मां को फोन लगाइ और कहने लगी–मां, मैंं इस घर में नहीं रहूंगी। तुम्हारी दमाद मुझे थप्पड़़ से मारा। मम्मी बोली ठीक है चलेे आओ। पिताजी पास में हीी बैठे थे । उसने पूछने लगे —

कामिनी की मां क्या बात है. हमें बात करने दो? पिताजी बोले क्या बात है बेटा क्या हुआ तुम्हें? कामिनी सब कुछ बताती है। पिताजी बोले –बेटा यह घर तुम्हारा है तुम जब आनाा चाहती हो आ सकती हो। किंतु पति पत्नी के बीच छोटे-मोटेे मामले को अपने ने निपटानेे का प्रयास करो।

यदि तुम आने का निर्णय कर ली, तो तुम्हें वापस फिर वहां नहीं जाना है। यदि मंजूर हो तो आ जाओ। मैं दूसरे लड़के से तुम्हारी शादी कर देंगे। यदि वह भी थप्पड़ जमाया तो— तो फिर क्या करोगे?

कामिनी को सही गलत का पता लगने लगा। पिता जी के कड़वे सच ने उन्हें सच्चाई से अवगत करा दिए। शाम में जब प्रेमचंद्र घर आए। कामिनी उसके स्वागत के लिए खड़ी थी। वह फूट-फूट कर रोने लगी और कहने लगी हमसे बड़ी भूल हुई है हमें माफ कर दीजिए। मैं आपको अनपढ़ गवार समझ रही थी। प्रेमचंद बोले कोई बात नहीं ऐसा होता रहता है—

अब कामिनी और प्रेमचंद एक दूसरे को चाहते है। कामिनी पति को ही परमेश्वर समझती है।

कड़वी सच्चाई ने टूटते घर को, टूटने से बचा लिया।

दोस्तों यह कहानी कैसी लगी, हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं।

लेखक:- अमित आनंद ?

हमारे गुरु जी पोस्ट पढ़कर क्या लिखें है–

HPS College के रसायन शास्त्र के प्राध्यापक (त्रिलोक सर )

प्रेम की अजीब कहानी Code– saHg7686

Amit Anand Sammam patra
Amit Anand Sammam patra

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88 COMMENTS

  1. बहुत सुंदर कहानी है
    और मैं आशा करता हूं कि आप ऐसे कहानी हमारे सबके बीच शेयर करते रहेंगे
    इसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई

  2. BOLE TO SUPERB👌
    साथ2 इस कहानी में कुछ दर्द भी छुपा है ।

  3. #__YE JO PAYAR KA CHAKKAR HOTA HI #__NA BAHUT HI DIFFICULT HI,#__ BUT HAMESHA PAYAR KA JEET HUA HI., #_@PAYAR TO LAILA OR MAJNU KA V KUCH OR THA.

  4. यह कहानी बहुत अच्छा लगा, बहुत ही अच्छा संदेश दे रहे है आप| god bless you ✔️✔️✔️✔️

    • Congratulations!
      हमे पूर्णतः आशा और विश्वास है कि आने वाला समय में आप एक अच्छे साहित्यकार/लेखक के रूप में जाने जाएंगे!
      काफी अच्छा लगा अमित जी आपके द्वारा लिखा गया ये कहानी..🧡
      आगामी भी एक से बढ़कर एक स्टोरी लिखये,

      ह्मलोगों का प्यार, दुलार…और कहे तो आशीर्वाद आपके साथ है

  5. काफी ही अच्छा लगा आपके कहानी पढ़ कर।
    और आप को आगे बढ़ने के लिए बहुत बहुत बधाई

      • बहुत सुंदर कहानी है
        और मैं आशा करता हूं कि आप ऐसे कहानी हमारे सबके बीच शेयर करते रहेंगे
        इसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई

  6. सर जी आपको दिल से धन्यवाद।इस कहानी में आप ४ चांद लगा दिए

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