Titali kavita by Rajhans
तितली
तितली के सुंदर दो पंख ,
रंग बिरंगे कोमल पंख ।
तितली जब लहराते पंख ,
बच्चों के मन भाते पंख।।
तितली की ऊंची उड़ान,
जहां वो रहती नहीं विरान।
सुंदरता विखराते पंख,
बच्चों के मन भाते पंख ।।
तितली की है गजब कहानी ,
पंखों से करती मनमानी ।
सपनों में भी आते पंख,
बच्चों के मन भाते पंख।।
बादल जब घिरते रहते हैं,
तितलियां उड़ती रहती है ।
उसे पकड़ने की कोशिश में ,
बच्चे सब गिरते रहते हैं।।
फूलों पर इठलाते पंख ,
बच्चों के मन भाते पंख।
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