Home Interesting facts Kuch Khash Holi Bihar Me : होली के दिन चूल्हा नहीं जलते,...

Kuch Khash Holi Bihar Me : होली के दिन चूल्हा नहीं जलते, इस गांव में होली नहीं मना कर कुछ और करते हैं लोग

1082
0
SHARE
Kuch Khash Holi Bihar Me
Kuch Khash Holi Bihar Me

Kuch Khash Holi Bihar Me : होली के दिन चूल्हा नहीं जलते, इस गांव में होली नहीं मना कर कुछ और करते हैं लोग

प्यारे दोस्तों होली का नाम सुनते ही रंग गुलाल पिचकारी हुड़दंग जैसी बातें याद आने लगती है। यहां तक की होली में लोग हुड़दंग के साथ मांस मदिरा तथा फूहड़ गीत भी गाते हैं।

दोस्तों आज हम आपको बिहार के ही एक ऐसी जगह के बारे में बताने वाले हैं जहां की होली काफी निराली है।
यहां के लोग होली को कुछ अलग ही अंदाज में मनाते हैं। और यह परंपरा 51 वर्षों से चल रहा है।

यह जगह है बिहार के नालंदा जिले के 5 गांव जहां पर होली परंपरा हम लोगों से बिल्कुल हटकर है। ‌ यहां के लोग होली के दिन रंग गुलाल और हुड़दंग नहीं करती बल्कि भक्ति में लीन हो जाते हैं।

यह लोग होली के दिन चूल्हे तक नहीं चलाते और शुद्ध शाकाहारी बासी भोजन खाते हैं। कहने का मतलब होली के पूरे दिन भक्ति के माहौल में यह लोग लीन हो जाते हैं।

यह लोग होली के दिन मांस नहीं खाते और अश्लील गाने बजाने की तो बात ही ना करें। जहां पर भगवान का गुणगान हो वहां का माहौल ही कुछ और हो जाता है। वाह क्या नजारा होगा होली के दिन….

वाकई बिहार का यह गांव होली के दिन देखने लायक है। आजकल हम लोग होली के दिन रंग गुलाल हुड़दंग तो मचाते हैं किंतु यह होली प्रेम और सौहार्द का प्रतीक है जिसे भूलते जा रहे हैं। इसे तो कहीं अच्छा है ये बिहार के 5 गांव जहां होली के दिन भक्ति का माहौल होता है शांत वातावरण होता है और सौहार्द प्रेम का बरसात होता है।

स्थानीय लोगों से बातचीत से इस बात की जानकारी मिलती है कि यह परंपरा पिछले 51 वर्षों से चल रहा है। लोगों का कहना है कि इस गांव में एक सिद्ध पुरुष संत बाबा रहते थे और उस जमाने में वह झाड़-फूंक करते थे। उनके नाम से गांव में एक मंदिर भी है जहां दूर-दूर से श्रद्धालु लोग आस्था के साथ माथा टेकने के लिए आते हैं।

Kuch Khash Holi Bihar Me
Kuch Khash Holi Bihar Me

बाबा का कहना था होली प्रेम और सौहार्द का पर्व है किंतु लोग इस दिन नशा कर फूहड़ गीत गाते हैं। जोकि समाज के लिए अच्छा नहीं है। अगर इस जगह पर लोग भक्ति गीत गाए, भगवान को याद करें तो कितना अच्छा होगा।

उनका कहना था कि प्रेम और सौहार्द भाईचारे के लिए अखंड पूजा पाठ किया जाए, भगवान का याद किया जाए और तब से इन पांचों गांव में होली के दिन रंग गुलेल के बदले लोग भक्ति में लीन हो जाते हैं।

धार्मिक अनुष्ठान शुरू होने से पहले ग्रामीण मीठा और शुद्ध शाकाहारी भोजन तैयार करते हैं और जब तक अखंड का समापन नहीं होता घर में चूल्हा नहीं जलता।

यह लोग इस दिन नमक भी नहीं खाते हैं, भले ही होली के दिन हम लोग रंग गुलाल और हुड़दंग करते हो किंतु नालंदा के इस्पात गांव में होली की यह परंपरा पूर्वजों से चली आ रही है।


<<<<<<>>>>>>

रोचक तथ्य पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें


Insurance video

Newsviralsk.com का वाइरल न्यूज़ पढ़ने के लिए नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करें

 



 

Viral News पढ़ें >>> Click Here

 



Mobile phones से संबंधित जानकारियों के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर सकते हैं।


Amazon image

 


>>>>>>>>>

इसे भी पढ़ें 

Chanakya Niti : यदि आपके पत्नी में ये 4 गुण है तो मुसीबत भी आने से पहले एक बार सोचेगा

Chanakya Niti : अपने जीवन में पांच प्रकार के लोगों से दूर रहना नहीं तो बर्बाद हो जाओगे

Chanakya Niti: मनुष्य को गधे से सीखना चाहिए तीन बातें, आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता

Chanakya Niti  : आखरी दम तक स्त्री अपने पति से यह बातें छुपाती है, खुद टेस्ट लेकर देख सकते हैं

Chanakya Niti  : आखरी दम तक स्त्री अपने पति से यह बातें छुपाती है, खुद टेस्ट लेकर देख सकते हैं

70+ Best Chanakya Quotes In Hindi | आचार्य चाणक्य के सर्वश्रेष्ठ अनमोल विचार चाणक्य नीति

Chanakya Niti : ऐसे लोगों पर मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है, गरीबी में पैदा लेने के बावजूद बन जाते हैं अमीर

Chanakya Niti: धन के तीन गति के बारे में चाणक्य क्या कहते हैं, जाने 


atozsk
Atozsk

अनमोल विचार को पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें


Have a nice day

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here