Savan me Ye kam mat karna : मर जाना किंतु सावन में भूलकर भी यह पांच काम नहीं करना, नहीं तो बर्बाद हो जाओगे
मर जाना किंतु सावन में भूलकर भी यह पांच काम नहीं करना, नहीं तो बर्बाद हो जाओगे।
भोले दानी आपसे नाराज हो जाएंगे, घर में कंगाली और गरीबी आ जाएगी। पूरी जानकारी के लिए इस पोस्ट को अंत तक पढ़ें।
दोस्तों सावन का महीना बहुत ही पवित्र महीना होता हैं। इसका मुख्य कारण यह है यह महीना देवों के देव महादेव के लिए समर्पित होता है।
सावन के महीने में हम लोगों को क्या-क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, इस विषय में निश्चित रूप से ध्यान रखना है। कुछ ऐसे भी काम होते हैं जिसे करने के बाद भारी नुकसानों का सामना करना पड़ जाता है। आज हमलोग यही जानने वाले हैं।
यदि इस पोस्ट को पढ लेते हैं तो यह आपके लिए काफी महत्व का चीज है। क्योंकि सावन के पवित्र महीने का कुछ खास ही महत्व होता है ऐसे में हमें उन तमाम चीजों के बारे में जानना जरूरी है जिसे हमें नहीं करना चाहिए।
सावन के महीने में लोगों को सवेरे जल्दी उठना चाहिए। उसमें भी पहला सोमवारी को सवेरे उठकर नित्य क्रिया से निवृत होकर स्नान आदि करके भगवान भोले का स्मरण जरूर करना चाहिए।
यदि कोई बीमार व्यक्ति है तो उस दिन उनके ऊपर गंगाजल के छीटे जरुर लगाए। किसी भी गरीब व्यक्ति का अपमान नहीं करना चाहिए क्योंकि ना जाने किस वेश में भोले दानी आपके घर आ जाए। क्योंकि सावन के महीने में भोले दानी अपने भक्तों का परीक्षा लेने आते हैं।
सुबह देर तक सोने वाली औरत के पति बर्बाद हो जाते हैं। इसीलिए सभी पत्नियों को अपने पति से पहले खासकर सावन के महीने में जागना चाहिए। ऐसा नहीं करने से अनहोनी घटना होने की संभावना बढ़ जाती है। अकाल मृत्यु को भी देखना पड़ सकता है।
सावन के महीने में सुबह सवेरे जागकर स्नान करके भोले दानी का स्मरण जरूर करना चाहिए। और सोमवार का व्रत अवश्य ही करना चाहिए।
दोस्तों सावन में पति-पत्नी को सहवास नहीं करना चाहिए। यदि आप दोनों व्यक्ति व्रत रखे हैं तो इस पर भी विशेष ध्यान देना आवश्यक है। क्योंकि इस समय आप भगवान शिव के शरण में होते हैं। इस प्रकार नियम निष्ठा के साथ भोले दानी का स्मरण करना चाहिए।
सावन के महीने में आपके घर में पूजा मंदिर में खाली माचिस के डिब्बी या फिर माचिस के डिब्बी नहीं रखना चाहिए। इतना ही नहीं किसी व्यक्ति को गाली देना या फिर चुगली करने से भगवान शिव नाराज हो जाते हैं। और इसका दंड उन्हें भुगतना पड़ जाता है। पत्नी को कभी भी अपने पति या अन्य किसी को अपशब्द नहीं कहना चाहिए। हमेशा मीठी वाणी का ही प्रयोग होना चाहिए।
सावन में आपको लहसुन प्याज भी नहीं खाना चाहिए। इतना ही नहीं जिस दिन आप व्रत करते हैं उसे दिन पूरे परिवार में लहसुन प्याज वर्जित होना चाहिए। सावन के महीने में आपके घर पूरा साफ सुथरा होना चाहिए क्योंकि भोले दानी दिल साफ वाले व्यक्ति के पास और साफ जगह पर ही रहते हैं।
सावन के महीने में आपको किसी भी व्यक्ति का अनदर नहीं करना चाहिए। इतना ही नहीं किसी व्यक्ति के विषय में नकारात्मक विचार लाना पाप माना जाताहै। बिना सोचे समझे किसी व्यक्ति के विषय में अपशब्द का प्रयोग करने से भगवान शिव रुष्ट हो जाते हैं।
और महादेव के पूजा का फल प्राप्त नहीं होता है।
सावन में आपके बाल, नाखून, दाढ़ी आदि नहीं बनना चाहिए यह काम आपको पहले ही कर लेना चाहिए। सावन के महीने में आपको दूध में हल्दी डालकर नहीं पीना चाहिए।
सावन में अपने शरीर पर तेल नहीं लगना चाहिए यदि किसी प्रकार का समस्या हो और लगाना जरूरी है तो उस स्थिति में आप भगवान शिव से क्षमा प्रार्थना कर सकते हैं।
सावन में देवी देवता से संबंधित कोई भी उपहार किसी को नहीं देना चाहिए, नहीं तो भोले दानी की कृपा आप पर नहीं बन पाती है।
सावन के महीने में शिवलिंग पर कौन-कौन सा चीज नहीं चढ़ाना चाहिए। इसे जानना भी बेहद जरूरी है। यदि इस प्रकार की चीजों को आप शिवलिंग पर चढ़ते हैं तो पाप के भागीदार होंगे।
शिव पुराण के अनुसार भगवान शिव को तुलसी हल्दी सिंदूर सहित 6 चीजों को नहीं समझ चलना चाहिए। केतकी के फूल को भी श्राप मिला था इसीलिए इस फूल को भगवान शिव की पर नहीं चढ़ाना चाहिए।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सुबह 5:00 बजे से लेकर 11:00 बजे तक शिवलिंग पर जल चढ़ाना शुभकारी माना जाता है। भक्तों को कभी भी शाम के समय शिवलिंग पर जल नहीं चढ़ाना चाहिए। शिवलिंग पर काली मिर्च चढ़ाने से रोगों का नाश होता है तथा सुख समृद्धि प्राप्त होता है।
आपको बता दें कि घर में अंगूठे से बड़ा शिवलिंग नहीं रखना चाहिए तथा इसके ऊपर नित्य दिन जलधारा पड़ना चाहिए।
शिवलिंग पर आपको कभी भी कटे-फटे बेलपत्र नहीं चढ़ाना चाहिए। बेलपत्र तोड़ते समय भी आप इस बात पर ध्यान रखें, और तीन पत्ती वाले ही बेलपत्र को तोड़े। आपको उस समय दो पत्तियां या फिर एक पत्ते वाली बेलपत्र को नहीं तोड़ना चाहिए।
आप 6 महीने पहले तोड़े हुए बेलपत्र को भी पूजा में प्रयोग कर सकते हैं। क्योंकि बेलपत्र बासी नहीं होता है। साबूत बेलपत्र ही चढ़ाए, कटी फटी बेलपत्र को पूजा में प्रयोग नहीं करना चाहिए।
बेलपत्र शीतलता प्रदान करती है इसीलिए बेलपत्र को शिवलिंग पर चढ़ने से भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है। भोले दानी ऐसे भक्तों पर कृपा बरसाते हैं। इतना ही नहीं धार्मिक मान्यता है कि यदि आप दिल से शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाते हैं तो 21 मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
आपको भगवान शिव को कभी भी दूध में पानी मिलाकर नहीं चढ़ाना चाहिए। यदि आप पीतल के बर्तन में दूध लेकर शिवलिंग पर अर्पित करते हैं तो यह सर्वोत्तम माना जाता है। क्योंकि धार्मिक कर्म कांडों में पीतल की बर्तनों का विशेषमहत्व है।
प्रिय भक्तों यह लेख आपको कैसा लगा कमेंट में बताने का प्रयासकरें। यदि आप भोले दानी के सच्चे भक्त हैं और शिव शंकर से भक्ति का वर प्राप्त करना चाहते हैं तो कमेंट में लिख डालिए हर हर महादेव।
मर जाना किंतु सावन में भूलकर भी यह पांच काम नहीं करना, नहीं तो बर्बाद हो जाओगे