Hindi kahaniyan : यदि आप गूगल सर्च में हिंदी कहानियां (Hindi kahaniyan ) टाइप करते हैं, यानी हिंदी कहानियां पढ़ना पसंद करते हैं तो आप सही जगह पर है। यहां हम शिक्षाप्रद हिंदी कहानियां आप लोगों के लिए लाते रहते हैं और यह शिक्षा से संबंधित पोर्टल है जहां हमेशा शिक्षा के विषयों पर चर्चा प्रस्तुत होता है।
फलवाला और पंसारी
पंसारी और फलवाले में घनिष्ठ मित्रता थी। एक दिन की बात है पंसारी फल वाले से कहा, दोस्त दो दिनों के लिए अपना तराजू और बांट देना। फल वाले ने उसे तराजू और बाट
दे दिए, दो-चार दिनों के बाद जब पंसारी ने तराजू और बाट मांगने उनके यहां गए तो पंसारी ने कहा,
“कैसा तराजू बाँट उसे तो चूहा खा गया, इसलिए मुझे क्षमा करें दोस्त मैं उसे नहीं लौटा सकता “
बेईमान पंसारी की बात सुनकर फल वाले को काफी गुस्सा हुआ किंतु फल वाले बुद्धिमान हैं, उन्हें पता है की कैसे उन से सामान वापस लिया जाएगा इसलिए वहां पर फल वाले बोले, “हां हां क्या करोगे दोस्त, मेरे तो किस्मत ही खराब है चलो कोई बात नहीं।” यह कहकर फल वाले वहां से चले गए।
कुछ दिनों के बाद फलवाले पंसारी के पास आए बोले, “दोस्त मैं कुछ दिनों के लिए बाजार जा रहा हूं, समान ज्यादा रहेगा तो तुम अपने बेटे को मेरे साथ लगा दो ताकि वहां पर हमारी मदद हो जाएगी । यह काम अकेले नहीं हो सकता।”
पंसारी ने अपने बेटे को फलवाले के साथ लगा दिए। फल वाले पंसारी के बेटे को लेकर के चले गए एक दिन बाद वापस आए और वो भी अकेले।
फल वाले को अकेले देख पंसारी बोले, “अरे दोस्त मेरा बेटा कहां है?”
फल वाले बोले, “माफ करना मेरे दोस्त रास्ते में एक सारस ने उसे लेकर उड़ गये, मैंने काफी प्रयास किया किंतु सफल नहीं रहा। मुझे काफी खेद है।”
अरे झूठे छली इतने बड़े लड़के को सारस कैसे उठा सकता यह तो घोर अनर्थ है, बिल्कुल झूठ है। फल वाले बोले जब तराजू और बांट को चूहा खा सकता है तो लड़का को सारस क्यों नहीं उठा सकता।
पंसारी को अब पता चला की बात क्या है, उसने कहा दोस्त माफ करना तुम्हारा तराजू और बांट सुरक्षित है। मेरे बेटे को वापस कर दो मुझसे बहुत बड़ी गलती हुई है। फल वाले ने पंसारी के बेटे को वापस कर दिया। अब दोनों और अच्छे मित्र बन गए और ईमानदारी पूर्वक मित्रता को निभा रहे हैं।
Read more Important Day
कविता कहानियां Kavita kahaniyan
Blog से संबंधित Click here
दोस्तों यह कहानी आपको कैसा लगा। यदि अच्छा लगा तो जरूर कमेंट करें । Hindi kahaniyan for kids.
आपके पास ऐसा कहानी है तो हमें जरूर भेजें। आप एक सादे पन्ने पर लिखकर व्हाट्सएप कर सकते हैं। हम आपके फोटो के साथ कहानियों को वेबसाइट पर पब्लिश्ड कर देंगे। आपका कहानी बिल्कुल यूनिक होना चाहिए, शिक्षाप्रद हो उसे आप अपनी भाषा में लिखकर हमें भेजें।
मोबाइल नंबर 8521312121