राष्ट्रवाद के प्रसार में नेपोलियन बोनापार्ट का क्या योगदान रहा?
Answer –नेपोलियन बोनापार्ट 1799 में डायरेक्टरी का शासन समाप्त कर प्रथम काउंसलर के रूप में फ्रांस में सत्ता पर अधिकार किया और 1804 में फ्रांस का सम्राट बन गया। राजा के रूप में उन्होंने ब्रिटेन के साथ-साथ संपूर्ण यूरोप पर अपना आधिपत्य स्थापित किया।
उन्होंने फ्रांसीसी आधिपत्य वाले राज्यों में ऐसी संस्थाएं स्थापित की जो फ्रांस में काफी प्रचलित था। कानून के समक्ष समानता का सिद्धांत के साथ-साथ नागरिकों के संपत्ति संबंधित अधिकारों की सुरक्षा की गई । यातायात और संचार व्यवस्था में भी सुधार लाने का प्रयास किया गया। प्रशासनिक नियुक्तियों में भी योग्यता को आधार माना गया।
समान माप तौल प्रणाली और मुद्रा के प्रचलन से व्यापार और उद्योग धंधे को विकसित करने का प्रयास किया गया। देखा देखी से फ्रांस और संबंधित राज्यों में भी नई आशा जगी और वहां भी तानाशाही के विरुद्ध आवाज उठने लगा तथा राष्ट्रवाद का विकास हुआ। जर्मनी और इटली में राष्ट्रवादी भावना सबसे अधिक प्रबल था। इन दोनों देशों में फ्रांसीसी आधिपत्य के विरुद्ध और संतोष की भावना बढ़ने लगी। नेपोलियन ने इटली में ट्रांसपेडेन गणराज और सिसेलपाईन गणराज्य तथा जर्मनी में राईन संघ की स्थापना की।
और भी अधिक प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए नीचे दिए गए प्रश्नों पर क्लिक करें
- उदारवादी राष्ट्रवाद के बारे में आप क्या जानते हैं?
- 18वीं शताब्दी में यूरोप में राष्ट्रवाद का निर्माण कैसे हुआ?
- राष्ट्रवाद के प्रसार में नेपोलियन बोनापार्ट का क्या योगदान रहा?
- फ्रांस में राष्ट्रवाद के विषय में आप क्या जानते हैं।
- जर्मनी के एकीकरण की क्या बाधाएं थी?
- यूरोप में राष्ट्रवाद की क्या अवधारणा थी?