दीपावली क्यों मनाते हैं (dipawali kyon manate hai), जानें दिवाली के बारे में दिलचस्प बातें
Diwali 2022 : यदि भारत को त्योहारों का देश कहा जाए तो यह कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। हमारे देश में सालों भर कुछ ना कुछ पर्व / त्योहार होते ही रहते हैं, उन्हीं पर्वों में से एक दिवाली यानी दीपावली का पर्व भी हमारे लिए काफी महत्व रखता है।
कार्तिक मास के अमावस्या के दिन पूरी दुनिया में दीपावली बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता हैं, खासकर भारत में इस पर्व को काफी उत्साह पूर्ण तरीके से मनाया जाता है।
दोस्तों, आज हम आपके साथ दिवाली से जुड़े कुछ दिलचस्प बातें बताने वाले हैं-
दीपावली का पर्व हम क्यों मनाते हैं? Why do we celebrate Diwali in Hindi?
राक्षस राज नरकासुर का वध किया था, भगवान श्री कृष्ण
शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि राक्षस राजा नरकासुर ने तीनों लोगों पर आक्रमण कर दिया। वे देवी-देवताओं पर अत्याचार करने लगे। उस समय भगवान श्री कृष्ण ने आकर नरकासुर का वध किया तथा नरकासुर के पास कैद किए गए 16000 महिलाओं को कैद से आजादी दिलाएं।
इसी की खुशी में यह पर्व 2 दिन तक मनाया गया। इसमें दीपावली का विशेष महत्व है दिवाली से पहले का दूसरा दिन नरक चतुर्थी के नाम से प्रसिद्ध हो गया।
रावण का वध किया, भगवान श्री राम ने
दिवाली के पीछे अनेक कहानियां प्रचलित है, अलग-अलग मान्यताएं भी प्रचलित हैं। लोग कहते हैं , भगवान श्री रामचंद्र जी जब 14 वर्ष का वनवास काटने के बाद भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण जी जब अयोध्या लौटे तो उनके आने की खुशी में पूरा अयोध्या झूम उठा । उस दिन अयोध्यावासी घी के दिए जलाकर उनका स्वागत किए और तभी से यह पर्व दीपावली के रूप में मनाया जाने लगा।
दीपावली के दिन माता लक्ष्मी का जन्म
कुछ हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार समुद्र मंथन के समय कार्तिक मास की अमावस्या तिथि के दिन माता लक्ष्मी की उत्पत्ति हुई। धन की देवी माता लक्ष्मी के जन्मदिन को दीपावली के दिन उनके पूजा अर्चना के साथ मनाते हैं।
दीपक का जन्म कहां से हुआ तथा दीपदान से क्या लाभ है?
स्कंद पुराण के अनुसार देखा जाए तो दीपक का जन्म यज्ञ से हुआ। यज्ञ देवताओं और मनुष्यों के बीच संवाद साधने का एक माध्यम है। ऐसा मानना है यदि कोई व्यक्ति दीपदान करता है तो उन्हें शारीरिक एवं आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त होती है। जहां सूर्य देव का प्रकाश नहीं पहुंच पाता, वहां दीपक का प्रकाश को पहुंचाया जा सकता है। इसलिए दीपक को सूर्य का भाग ‘सूर्यांश संभवो दीप:’ भी कहा जाता है।
Dipawali wishes
दीया से दीया को जला कर दीप माला बनाओ ,
अपने घर आंगन को रौशनी से जगमगाओ,
आप और आप के परिवार की
दिवाली शुभ और मंगलमय हो ,
* दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएँ ।*
हंसते मुस्कुराते दीप तुम जलाना,
जीवन में नई खुशियों को लाना,
दुख दर्द अपने भूल कर,
सबको गले लगाना,
और प्यार से ये दीवाली मनाना,
दीवाली 2022 की शुभकामनायें।
मन से मांगी हुई मन की मुरादो के लिए
दिल से मांगी हुई दिल के खवाबो के लिए
इस दिवाली भेज रहा हु ढेर साडी
खुशिया इन रोशनी के रूप में
अंधेरो को आपके जीवन से दूर करने के लिए
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