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Ganit ki prakriti Shikshan ka mahatw aur Upyogita

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*गणित की प्रकृति(Nature), गणित शिक्षण का महत्व (importance)एवं उपयोगिता (utility) —-

किसी भी विषय (subject)को जानने के लिए कुछ उद्देश्य (objectives)होते हैं. प्रत्येक विषय की प्रकृति होती है जिससे तुलना(compare) के माध्यम से अलग कर सकते हैं, यदि किसी वस्तु के बीच तुलना करना हो तो उसके प्रकृति ( nature) को जानना अति आवश्यक है इसके बिना तुलना कर पाना कठिन ( difficult) है . यहां हम गणित के प्रकृति (nature)के विषय में चर्चा करेंगे . गणित की अपनी भाषा है , इसके अंतर्गत सूत्र (formula), सिद्धांत (principle), संकेत (symbol)आदि का अध्ययन करते हैं और इसमें लंबाई, चौड़ाई तथा विभिन्न प्रकार के आकृतियों( shapes) जैसे चतुर्भुज त्रिभुज वर्ग इत्यादि का वर्णन करते हैं । गणित के माध्यम से वातावरण (environment,) के घटनाओं को संख्यात्मक रूप से व्यक्त कर सकते हैं। जिसका निष्कर्ष(Conclusion) विश्वसनीय(Reliable) होता है । इस विषय में ज्ञान का आधार ज्ञानेंद्रिय ( Sensory)है। गणित का ज्ञान स्पष्ट तथा तार्किक (Logical) होते हैं, जिसे एक बार सीखने पर भुलाया नहीं जा सकता ।

Ganit ke mahatw
Ganit ke mahatw aur Upyogita

*गणित शिक्षण का महत्व —-

गणित का महत्व शैक्षिक क्षेत्रों में सबसे अधिक होती है । हमारे जीवन में गणित का उपयोग(use) सुबह से शाम तक होता है , यह व्यवसाय (business)का प्राण है यह सभ्यता ( Civilization)का आधार है।  मातृभाषा (.Mother toungue)के बाद यदि किसी विषय का नाम आए तो वह है गणित।  इसलिए वर्तमान(modern) में विद्यालय में भी इसे एक महत्वपूर्ण विषय के रूप में देखा जाता है। गणित ही एक ऐसा साधन है जो हमारे मानसिक विकास करके बुद्धि (wisdom)को प्रखर बनाता है । अतः चरित्र( Character)निर्माण में भी इस विषय का काफी महत्व है ।

*गणित शिक्षण की उपयोगिता —

हम जानते हैं कि किसी भी विषय को पढ़ने का एक उद्देश्य ( objectives)होता है। बिना उद्देश्य का काम उस काम जैसा है जैसा बीच भंवर में बिना पतवार का नाव। गणित का हमारे जीवन में अत्यंत महत्व है । पुराने जमाने में लोग गणित से सिर्फ दैनिक जीवन में घटने वाले समस्याओं का समाधान (Solution)करते थे किंतु आज इसके अध्ययन के उद्देश्य भी बदल गए।  हम लोग तकनीकी के युग में जी रहे हैं ऐसे में हमें गणित के सिर्फ बुनियादी( basic) तथ्यो से ही काम नहीं चलेगा बल्कि हमें  इसमें दक्षता (Efficiency) प्राप्त करना होगा। आज बड़े-बड़े उद्योग में भी एक विशेष गणित के सिद्धांतों ( principle)पर काम होते हैं , जो कि सामान्य से बिल्कुल ही भिन्न है ।
अतः हम निष्कर्ष (Conclusion)पर पहुंचते हैं कि हमारे जीवन में गणित का महत्वपूर्ण स्थान है । यह हमारे जीवन के अभिन्न अंग जैसा है। नक्षत्र के ग्रह , पृथ्वी की गति ( Speed ​​of the earth) चांद की गति ये सभी गणितीय सिद्धांतों पर संचालित है। इसलिए गणित को भुलाया नहीं जा सकता।
सतीश कुमार
[email protected]
धन्यवाद

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